शहरी सांस्कृतिक धरोहर
गोहो ज़ेन शिंदो श्राइन
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यह मीइदेरा मंदिर के चिन्जूशा तीर्थस्थलों में से एक है। वर्तमान संरचना को 1727 में दुबारा बनाया गया था। यहां महत्वपूर्ण सांस्कृतिक धरोहर गोहो ज़ेन शिन की खड़ी हुई मूर्ति है ।
गोहो ज़ेन शिन को किशिमोजिन के तौर पर पूज्य माना जाता है, जिसे कारितेइमो के नाम से भी जाना जाता है। 1363ईo में अशीकागा ताकाउजी द्वारा श्राइन के पुनर्निर्माण के अवसर पर “सेन्दांगो महोत्सव” का आयोजन किया गया था और आज भी जारी है। उत्सव के दौरान, किशिमोजिन के 1,000 बच्चों को 1,000 चावल के लड्डू (दांगो) भेंट किए जाते हैं। यह शिशुओं के सुरक्षित और आसान जन्म के लिए, और अधिक व्यापक रूप से बच्चों की सुरक्षा के लिए एक अनुष्ठान प्रार्थना का हिस्सा है।
इस महोत्सव के दौरान, होजोची तालाब में “होजोए” (होजोमिलन) का आयोजन होता है जिसमें माता-पिता अपने बच्चों के नाम कछुओं के गोले पर लिखते हैं और उन्हें तालाब में छोड़ देते हैं। यह महोत्सव 600 वर्षों से अधिक समय से ओत्सु शहर का प्रतीक बना हुआ है।
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- एदो काल (क्योहो बारहवां वर्ष 1727 ईo)